नसीब का लिखा नसीब का लिखा तुम बदल नहीं सकते, जिन आलूओं को तुम खरिदते समय छांट कर निकाल देते हो, वो ही पानीपूरी और समोसे में तुम्हें वापस मिल जाते हैं। Comments
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