डाकूओं की इज़्ज़त बच गई

एक आदमी रास्ते में डाकुओं के हाथ लग गया।

डाकुओं ने पूरे शरीर की तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला — तो गुस्से में दो-चार थप्पड़ मारकर उसे जाने दिया।

वो आदमी जैसे ही जाने लगा, डाकू सरदार ने पुकारा —
“ए सुन ज़रा…”

आदमी पास आया तो सरदार ने उसकी लुंगी उठाई और झट से कुछ बाल नोच लिए।

आदमी बोला: ये क्या किया आपने?

सरदार बोला: अगर ये ना करता तो घर जाकर अपनी बीवी से कहता — डाकू पकड़े थे, पर मेरे बाल तक नहीं उखाड़ सके!

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